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Sabse jada paise kmane ke 5 tarike

Sabse jada paise kmane ke 5 tarike

अत्यंत ही आकर्षक बहु-लाभकारी सदाबहार Sabse jada paise kmane ke 5 tarike जिसमें हमारा ग्रामीण या चाहें शहरी क्षेत्र हो कहीं भी उन कारोबारों का बचा हुआ कुछ भी अवशेष बिक जाता है। और इनकी मांग भी सदैव बनी रहती है।

जहां से ये कार्य शुरू किये जाते हैं,वहीं से ग्राहक भी मिलने लगते हैं। यह कारोबार हमेशा लाभ कमाने वाले होते हैं। उनके ग्राहक बढ़ते क्रम में बढ़ते रहते हैं।

और यह लाइफ टाइम बिजनेस बन जाता है। इनमें बिक्री और मुनाफे का ग्राफ बड़ता ही रहता है। इन सभी कार्यों को थोड़ी सी हिम्मत और प्रयास से आसानी से शुरू किया जा सकता है।

इसमें विशेष रूप से केवल गुणवत्ता का ध्यान रखना होता है। इससे ग्राहकू के बीच हमारा ब्राण्ड वैल्यू बढ़ता है। उनका भरोसा हमारे काम के प्रति मजबूत होता जाता है।

और साथ ही साथ प्रचार प्रसार का सबसे बेहतरीन माध्यम माउथ पब्लिसिटी होती है। व्यवसाय और उत्पाद प्रचार के लिए यह सबसे अच्छी सुविधा है।

यह हमारे व्यवसाय के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण भी है। और इन विशेषताओं से हमारे प्रयासों की सफलता सुनिश्चित हो जाती है।

इन सभी माध्यमों से हमें स्थाई और हमेशा के लिए बिजनेस भी मिल जाता है। जो रिटायर होने के बाद पेंशन की तरह साबित होता है। इसलिए हमें उन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। तो आइए आज इन सभी विषयों पर चर्चा करते हैं।


Gaon me jada paise kmane ka asan tarike

इससे कम समय में इमानदारी से जादा पैसा कमाने का तरीकों में यह कुछ सदाबहार बिजनेस सफलता की राहें उपलब्ध करायेंगे

  • मिनी राइस मिल का कारोबार स्थापित करना
  • मिनी आटा चक्की का कारोबार स्थापित करना
  • सरसों तेल की पिराई का कारोबार स्थापित करना
  • मिनी दाल मिल स्थापित करना
  • मिनी बेसन मिल स्थापित करना


Mini rice mill ka karobar|मिनी राइस मिल का कारोबार

मिनी राइस मिल सबसे अधिक मांग वाले व्यवसायों में से एक है। हम एक कृषि प्रधान देश में रहते हैं।

जहां चावल भारत की प्रमुख खाद्य फसलों में से एक है। यह भारत सहित एशिया के कई अन्य देशों और पूरी दुनिया के मुख्य भोजन में शामिल है।

हमारा भारत चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। यहां लगभग 153 मिलियन मीट्रिक टन का उत्पादन होता है।

ज्यादा पैसे कमाने के लिए इस बिजनेस को नए तरीके से करना होगा। यह तरीका ही सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।

इसके लिए हमें फसल की कटाई के समय ही फसल खरीद लेनी चाहिए और उसका उचित भंडारण करना चाहिए। अब हमें भंडारित धान की कुटाई कर चावल तैयार करना होगा।

तथा अपने सामर्थ्य के अनुसार धान की खरीद कर। इसे कुटकर 5 किग्रा, 10 किग्रा, 20 किग्रा और 25 किग्रा की स्पष्ट पैकिंग में पैक किया जाना चाहिए।

100 किलो धान की फसल में औसतन 65-70 किलो चावल आसानी से उपलब्ध हो जाता है। जिसकी कीमत धान के खरीद मूल्य से अधिक है।

क्योंकि धान की कीमत और चावल की कीमत में ज्यादा अंतर होता है। और हम इस अंतर से लाभान्वित होंगे। जिसका इस कार्य में विशेष लाभ है। यही इस कारोबार में एक बड़ा लाभ है।

अब बात आती है धान कुटाई के बचे अवशेष की। या यूं कहे बचे हुए धान के कचरे की। क्योंकि साफ स्वच्छ चावल के अलावा अन्य कई आइटम बचते हैं।

जैसे कि भूसी,घूंटा,पौलिस और टूटे चावल। जो हमारे पास कूड़ा करकट के रूप में रह जाता है। यह कचरा चावल मिलों में अधिक मात्रा में जमा होता है।

इस कचरे की बाजार में अच्छी कीमत मिल जाती है। जो अन्य कई उद्योगों के लिए कच्चा माल होता है। इस पूरी प्रक्रिया में मुख्य रूप से यह आय हमें बोनस और लाभांश रुप में बचाती है।

Sabse jada paise kmane bale tarike
सबसे जादा पैसे कमाने के तरिके

यह लाभांश इस कारोबार का अतिरिक्त लाभ है। जो इसे जादा आकर्षक बनाते हैं। अतः इस व्यवसाय में विशेष उच्च लाभ कमाना निश्चित है। और यह लाभ तो होना ही है।


Mini atta chakki ka karobar|मिनी आटा चक्की का कारोबार

उत्पादन की सीमा तक मिनी आटा चक्की लगाई जा सकती है। भारत गेहूं उत्पादन में दूसरा सबसे बड़ा देश है। गेहूँ हमारे देश की सबसे बड़ी खाद्यान्न फसल है। साथ ही औद्योगिक फसल भी है।

हल्दी प्रसंस्करण बिजनेस कैसे करें

गेहूं को प्रोसेस करके कई तरह के खाद्य पदार्थ बनाए जाते हैं। जिसका बड़ी मात्रा में अन्य देशों को निर्यात भी किया जाता है। गेहूं की तुलना में इसके दूसरे रूप के आटे का मूल्य 2 गुने से जादा तक होता है।

यानी आटे की कीमत करीब 100 फीसदी से जादा तक बढ़ जाती है। इस प्रणाली में बहुत अच्छा लाभ भी कमाया जाता है। इसमें पैसों को तेजी से बनाया जा सकता है।

गेहूं हमारे भोजन की आवश्यकता का मुख्य स्रोत है। जब तक हम खाते रहेंगे। तब तक हमें इसकी आवश्यकता होगी। इसकी मांग भी लगातार बनी रहेगी। इसलिए इस क्षेत्र की मांग को ध्यान में रखते हुए। काम किया जा सकता है।

इसमें भी अपार संभावनाएं हैं। भविष्य की आवश्यकताओं को याद रखते हुए। हम इस क्षेत्र में और अधिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं। क्योंकि यह हमारे जीवन की दैनिक आवश्यकता है।

इस व्यवसाय में भी गेहूँ खरीदने के बाद उसकी पिसाई कर 5 किलो, 10 किलो, 20 किलो, 25 किलो और 50 किलो तक की पैकिंग की जा सकती है। इन पैकिंग्स की आपूर्ति बाजार के आधार पर अलग-अलग माध्यमों से की जा सकती है।

एक साफ और आकर्षक पिकिंग के साथ, हम अपने उत्पाद का बाजार मूल्य बनाकर अधिक लाभ कमा सकते हैं। इससे हमें रिटर्न की बहुत अच्छी आकर्षक दर से मिलेगा।

इस तरह गेहूं पिसाई कर आटा तैयार करने के बाद कचरे के रुप में चोकर बचता है। जो एक विशेष पशु आहार के रुप में उपयोग किया जाता है। जो भारतीय दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में विशेष कारक के रुप में कार्य करता है।

यह चोकर पशुओं के लिए बहुत ही पौष्टिक आहार है। जिसे पशु बड़े चाव से खाते हैं। भारत इस पशु आहार के लिए एक बड़ा बाजार है। इसकी मांग भी हमेशा ही बनी रहती है।

क्योंकि भारत दूध का सबसे बड़ा उत्पादक है। आटे के साथ-साथ इस पशु आहार को बाजार में सप्लाई करने से बोनस और लाभांश के रूप में अतिरिक्त कमाई होती है। जिससे हमारे मुनाफे की दर में तेज़ी से बढ़ोतरी होती है।


Sarson tel ki pirai ka karobar|सरसों तेल कि पिराई का कारोबार

सरसों तेल पिराई का व्यवसाय सबसे अधिक लाभदायक है। सरसों भारत में तिलहनी फसलों की प्रमुख फसल है। सरसों के तेल का उपयोग मुख्य खाद्य तेल के रूप में किया जाता है।

इसका उपयोग स्वास्थ्य, सौंदर्य, औषधीय और कई अन्य कार्यों में किया जाता है। सरसों खरीफ और रवि के बीच मुख्य फसल के रूप में उगाई जाती है। और उत्पादन भी अधिक मात्रा में होता है।

सरसों इस व्यवसाय के लिए कच्चे माल के रूप में आसानी से उपलब्ध है। अधिक मुनाफा कमाने के लिए फसल की कटाई के समय सरसों अधिक मात्रा में खरीदनी चाहिए।

अब हमें सरसों को स्वयं ही पिराई कर अच्छी गुणवत्ता का तेल तैयार कर बेचना चाहिए। तेल की शुद्धता से स्थानीय स्तर के साथ ही बाजार में हम जल्द ही लोकप्रिय होने लगेंगे। और मांग भी तेजी से बढ़ने लगेगी।

हमेशा ही हमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखना होगा। सहजता और पवित्रता से काम करना होगा। कुछ दिनों में हमारे साथ उपभोक्ताओं की संख्या बढते क्रम से बढ़ना निश्चित है।

अब हमें अपनी सप्लाई क्षमता को भी बढाने के लिए तैयार रहना होगा। बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार पैकिंग करना सही रहता है। छोटी पैकिंग सेल बडाने में बहूत सहयोग करती है। यह ध्यान रखना चाहिए।

कारोबार के माहौल को बनाये रखने के लिए हर एक छोटे से छोटा प्रयास महत्वपूर्ण होता है। और शुद्धता से कोई समझौता नहीं करना चाहिए।

इससे उपभोक्ता हमारे साथ मानसिक रूप से जुडेंगे। और व्यापार में भी वृद्धि होगी है। हमें उपभोक्ताओं का व्यवहार अपने व्यवसाय के प्रति सकारात्मक रखना चाहिए।

इससे व्यवसाय वृद्धि के लिए उपभोक्ताओं का माउथ पब्लिसिटी देता है। जिससे व्यापार में सकारात्मक वृद्धि होती है। यह प्रचार अत्यंत लाभकारी है। इसके माध्यम से उपभोक्ताओं में हमारे उत्पाद की वैल्यू विकसित होती है।

क्‍योंकि आज उपभोक्‍ता शुद्धता के प्रति ज्‍यादा जागरूक हो गए हैं। बाजार में खाद्य तेल की शुद्धता पर संशय बरकरार है। उपभोक्ता शुद्ध तेल के लिए अधिक कीमत चुकाने को भी तैयार रहते हैं।

इस शुद्धता और गुणवत्ता के आधार पर हमारा उत्पाद एक ब्रांड के रूप में स्थापित होने लगता है। इस कार्यनीति से ब्रांडिंग में बहुत लाभ होता है। और ब्रांड वैल्यू बढ़ती है।

सरसों की पेराई से करीब 50-60 फीसदी खर के रुप में प्राप्त होती है। जिसे मस्टर्ड केक भी कहा जाता है। यह पशुओं के लिए एक पौष्टिक आहार है। इसमें लगभग 25-30 प्रतिशत प्रोटीन, 5% नाइट्रोजन, 1.8-2.0% फॉस्फोरस और 1-1.2% पोटैशियम भी होता है।

दूध उत्पादन के लिए इसे पशुओं को खिलाया जाता है। बाजार में पशु आहार के रूप में इसकी मांग बनी रहती है। इसका उपयोग खाद के रूप में भी किया जाता है।

इस पूरी प्रक्रिया में अधिकतम लाभ होता है। यह तेजी से धन कमाने के सबसे अच्छे साधनों में से एक है।


Mini dal mill sthapit krna

दालों का हमारे भोजन में विशेष स्थान है। दालों का उपयोग पूरे भारत के साथ दुनिया भर में किया जाता है। भारतीय दाल-रोटी सबसे लोकप्रिय भोजन हैं। इनसे तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं।

दालें प्रोटीन का मुख्य स्रोत है। साथ ही अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।

हमारे देश में दालों का उत्पादन भारी मात्रा में होता है। बाजार में इनकी मांग सदाबहार है। ये पापड़ उद्योग के लिए भी मुख्य कच्चा माल हैं।

इसलिए मिनीदाल मिल व्यवसाय के लिए कच्चे माल के रूप में यह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। हमारा देश इनका सबसे बड़ा बाजार है। और निर्यात की भी काफी संभावनाएं हैं।

ये दाल मिलें अलग-अलग क्षमता की हैं। मशीनों का उपयोग आवश्यकतानुसार ही किया जाना चाहिए। इन मिलों को डीजल और बिजली दोनों से आसानी से चलाया जा सकता है।

दालों को ततैयार करने के बाद 1kg-25kg की आकर्षक पैकिंग मांग के अनुसार की जा सकती है। पैकिंग के बिना उपभोक्ताओं को सीधे भी बेची जा सकती है। इससे लाभ अधिकतम होगा। और उपभोक्ता अच्छी दाल प्राप्त करके प्रसन्न भी होंगे।

प्रसंस्करण के बाद इसमें दाल के छिक्के रुप में खली बचती है। आमतौर पर इसे भूसी के रूप में जाना जाता है। इसे भी पशु चारा के लिए उपयोग किया जाता है। इसे पशु बड़े चाव से खाते हैं।

पशु आहार के रूप में इसकी मांग वर्ष भर बनी रहती है। यह पशु आहार के मुख्य घटकों में से एक है।

इसलिए इस बिजनेस से अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। इसे छोटे और बड़े से स्तर पर शुरु किया जा सकता है।

इन बिजनेस से दोहरा लाभ अवश्य होता है। क्योंकि इन वस्तुओं की हर चीज की जरूरत होती है।


Mini besan mill sthapit krna

बेसन मुख्य रूप से चने से बनाया जाता है। लेकिन इसे चने के साथ-साथ मटर और मक्के से भी बनाया जाता है। हमारे खाने में बेसन से कई तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं।

अन्य स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ विशेष रूप से भोजन के साथ बेसन से बनाये जाते हैं। जो हमें बहुत पसंद हैं। बेसन का इस्तेमाल फास्ट फूड बनाने में काफी मात्रा में किया जाता है।

इससे बहुत ही स्वादिष्ट मिठाई बनती है। मिठाई और नमकीन उद्योग में इसकी मांग अधिक है। इस व्यवसाय के क्षेत्र में बुनियादी कच्चा माल।

लड्डू हर विशेष उत्सव और शुभ अवसर पर प्रमुखता से खाए जाते हैं। बेसन लड्डूओं की प्रमुख सामग्री है। इससे बहुत ही स्वादिष्ट लड्डू बनते हैं। जो भारत में सबसे अधिक लोकप्रिय हैं।

इसका उपयोग सुन्दरता के लिए कॉस्मेटिक्स उत्पाद बनाने में भी किया जाता है। उबटन इसका एक मुख्य उत्पाद है।

चने को पिस कर जब बेसन तैयार होता है। जिससे के छिल्के रुप में चुनी बचती है। यह बहुत महत्वपूर्ण पौष्टिक पशु आहार है। इसमें उन्हें अत्यधिक प्रोटीन मिलता है।

इमानदारी से जादा पैसा कमाने का तरीका

यह बहुत तेजी से पैसे कमाने का एक विशेष अवसर भी है।

इस बेसन मिल व्यवसाय से सबसे अधिक आकर्षक लाभ कमाया जाएगा। क्योंकि हमारा देश बेसन का बहुत बड़ा बाजार है।


सबसे जादा पैसा कमाने के तरीकों का निष्कर्ष

ये सभी बिजनेस मुख्य रूप से अपने संबंधित उत्पाद के लिए किए जाते हैं। लेकिन इसका संबंध हमारे दैनिक जीवन से है। इन कार्यों के लिए आसानी से पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध हो जाता है।

हमें यकीन है कि इससे अतिरिक्त आय और लाभ अवश्य ही होगा। जो इन सभी बिजनेस के लिए प्लस पॉइंट का काम करता है। इन व्यवसायों से काफी मुनाफा कमाया जाता है।

ये कुछ सबसे आकर्षक बहु-लाभदायक सदाबहार Sabse jada paise kmane ke 5 tarike वाले व्यवसाय हैं जिनमें अपशिष्ट भी बिक जाता है। जो इन सभी व्यवसाय के लिए एक बड़ी लाइफ लाइन साबित होती है।


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