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Haldi prasans karan business kaise kare

Haldi prasans karan business kaise kare

तो बात करेंगे सौन्दर्य,हेल्थ और वेल्थ प्रदान करने वाले ऐसे कमाल के ऐसे बिजनेस आइडिया कि जो हमेशा ही डिमांड रहता है। जिसकी कम होती ही नहीं। जो है कई गुना मुनाफे वाला Haldi prasans karan business kaise kare मशाला प्रोसेसिंग बिजनेस में इसका प्रमुख स्थान है।

जब तक हम खाना खाते रहेंगे। तब तक हमारे खाने में हल्दी का इस्तेमाल होता ही रहेगा। इसलिए इसकी मांग बनी ही रहेगी और बढ़ती भी रहेगी।

हमारे खाने के साथ-साथ सेहत और खूबसूरती में भी इसकी अहम भूमिका होती है। क्योंकि हर कोई स्वस्थ और सुंदर दिखना चाहता है। इसका सौंदर्य प्रसाधनों में भी बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।

कॉस्मेटिक्स और दवाइयां बनाने की बात करना, हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना और कई चिकित्सकीय गुणों से भरपूर होना। हमारे जीवन में इसका बहुत महत्व है।

जी हां, बात हो रही है हल्दी और हल्दी प्रोसेसिंग बिजनेस की।

इसे व्यवसायिक रुप से करने के लिए सबसे पहले आपको Fssai food safety and standard authority of india भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण, में अपने  syव्यवसाय का आवश्यकता के अनुसार पंजीकरण कराना होगा या लाइसेंस प्राप्त करना जरुरी होगा।

हमारे किसान बड़ी मात्रा में हल्दी की खेती करते हैं। भारत में उगाए जाने वाले मसालों में हल्दी की महत्वपूर्ण भूमिका है। 

दुनिया की 90% हल्दी का उत्पादन भारत में होता है। इसे मसालों की रानी भी कहा जाता है। हल्दी की खेती भारत के लगभग हर राज्य और भूमि में आसानी से की जा सकती है।

बागीचो के बीच खाली पड़ी जमीन पर हल्दी की खेती कर भूमि का उपयोग किया जा सकता है। जंगली जानवर भी इसे नहीं खाते हैं। इसलिए, इस बात की चिंता भी नहीं कि जंगली जानवरों से इसे कोई नुकसान होगा।

हल्दी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक, शुभ कार्य और सौभाग्य सूचक भी है। हल्दी में एक विशेष प्रकार का तेल करक्यूमिन 5.8 % होता है। करक्यूमिन हृदय रोग के उपचार में उपयोगी है।

हल्दी में विटामिन ए, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और खनिज तत्व भी होते हैं। हल्दी जीवाणु और विषाणु नाशक होती है। और रक्त को शुद्ध करती है। यह कफ,अल्सर रोधी, चर्म रोग, चोट और सुजन में भी बहुत उपयोगी है।

इसकी फसल उगाने के लिए हमारे किसान दिन रात मेहनत करते हैं। और फसल तैयार होने के बाद। वे खुले बाजार में बेच देते हैं।

जिससे किसान भाइयों को बहुत कम लाभ मिलता है। इतने मुनाफे वाली फसल की खेती करने के बाद भी। हमारे किसान इसका पूरा फायदा नहीं उठा पाते हैं। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं हो पाती।


Haldi को कैसे सुखाया जाता है

किन्तु इसे प्रोसेस करके कई गुना से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है। कच्ची हल्दी को खाने योग्य बनाना एवं बाजार में बेचना। इसे वैज्ञानिक तरीके से प्रसंकृत करना बेहद जरूरी है। जिससे अधिक लाभ कमाया जा सके।

हमारे वैज्ञानिकों ने इसके प्रसंस्करण के लिए उन्नत मशीनें विकसित की हैं। जिससे हल्दी बहुत तेजी से प्रोसेस होती है। और क्वालिटी भी बहुत अच्छी रहती है।

Haldi sukhane ka tarika-Haldi kaise sukhai jati hai
हल्दी प्रसंस्करण बिजनेस कैसे करें

इसके प्रसंस्करण के लिए सबसे पहले इसे पानी में अच्छी तरह से धो कर जड़ों और मिट्टी को साफ कर लेना चाहिए।

उसके बाद हल्दी को जाली वाले बर्तन में स्टीम मशीन के बॉयलर में फिट किया जाता है। और एयर टाइट ढक्कन बंद करके भाप से ऊबाला जाता है।

दूसरे बॉयलर में पानी को उच्च तापमान पर उबाला ता है और हल्दी वाले बॉयलर तक भाप पाइप के माध्यम से जाती है।जिससे हल्दी नीचे से ऊपर तक एक समान रुप से उबालती है।

इस प्रकार से उच्च गुणवत्ता की हल्दी उबल कर तैयार होती है। यह स्टीम बॉयलर मशीन अलग अलग क्षमता की होती हैं।

जो इसे बहुत जल्दी उबाल देता है। इस मशीन से इसे बड़े पैमाने पर उबाला जा सकता है।

अच्छे से उबालने के बाद। इसे 2-3 घंटे के लिए धूप में फैला कर सुखाने लिया जाता है। या इसे हीट मशीन से भी पूरी तरह से सुखाया जा सकता है।

सूखी हल्दी में 8% तक नमी होनी चाहिए। जिससे इसकी सबसे अच्छी क्वालिटी बनी रहे।


Haldi पॉलिश करने की प्रक्रिया

हल्दी सूख जाने के बाद। इसे पॉलिशर मशीन से पॉलिश किया जाता है। 100 किलो सूखी हल्दी को 02 किलो हल्दी पाउडर, 60 ग्राम सोडियम बाइकार्बोनेट और पीले रंग से पॉलिश किया जाता है।

यह पॉलिशर मशीन अलग क्षमता की होती हैं। हमें जरुरत के अनुसार क्षमता की मशीन का उपयोग करना चाहिए।


Haldi पिसाई करने की प्रक्रिया

सूखी हल्दी को पीसने के लिए पिसाई मशीन में डाल कर पीस लिया जाता है। इसे मशीन में सावधानी से ग्राइंड किया जाता है।‌‌

हल्दी को पीसते समय उसकी गुणवत्ता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

ताकि हल्दी की क्वालिटी में किसी तरह की कमी ना आये और बाजार में उत्पाद की अच्छी कीमत मिल सके।


Haldi पाउडर की पैकिंग करना

हल्दी को पीसने के बाद। इसे पैकिंग यूनिट में भेजा जाता है। इसे बाजार में मांग के हिसाब से अलग अलग वजन के पैकेज में पैक किया जाता।

पैकिंग करते समय पैकेजिंग की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखना जरुरी है। क्योंकि पैकिंग हमारे उत्पाद की मांग के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

उत्पाद की मांग बढ़ाने में पैकिंग की विशेष भूमिका होती है। इस तथ्य का ध्यान रखना बहुत जरुरी है। साथ ही पैकेजिंग के मानकों और गुणवत्ता ध्यान रखना चाहिए।चाहिए।

इसका कारण यह है कि मानक और पर्यावरण के अनुकूल पैकिंग वाले उत्पाद की मांग किसी भी पैकिंग से अधिक होती है।

ताकि पैकिंग सामग्री से पर्यावरण को नुकसान न हो। क्योंकि देश की सरकार और लोग पर्यावरण के प्रति पहले से ज्यादा चिंतित और जागरूक हो गए हैं।


Haldi उत्पाद की ब्रांडिंग करना

ब्रांडिंग किसी भी उत्पद की सफलता का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। ब्रांडिंग ऐसी होनी चाहिए कि उपभोक्ता हमारे उत्पाद के प्रति मानसिक रूप से आकर्षित हों।

इसके माध्यम से उद्देश्य अपने उत्पाद को अन्तिम उपभोक्ता तक पहुचाने होता है।


Taiyar haldi की बाजार में आपूर्ति

तैयार उत्पाद को बाजार की मांग के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति करनी चाहिए।

अब उपभोक्ताओं में हमारे उत्पाद की मांग बड़ने लगी है। इसलिए बाजार में मांग से अधिक उत्पाद उपलब्ध कराना चाहिए।

ताकि उपभोक्ता तक उत्पाद आसानी से पहुंच सके। जिससे हमारे उत्पाद की मांग बाजार में बडती रहे। और मुनाफा भी बढ़ते क्रम के साथ बढ़ता रहे। 

स्वास्थ्य और धन के साथ Haldi prasans kran business kaise kare को सफल बनाने के लिए आवश्यकतानुसार इन बातों का विशेष ध्यान रखा चाहिए। स्वयं व कर्मचारियों के साथ-साथ देश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सके।

जिससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिल सके।आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, इस लेख को पढ़ने के लिए।


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