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Milk Production Business के साथ गोबर गैस कम्पोस्ट खाद का लाभ

Milk Production Business के साथ गोबर गैस और कम्पोस्ट खाद का दोहरा लाभ

भारत में दूध उत्पादन बिजनेस Milk production business ke sath gobar gas aur compost khad का दोहरा लाभ प्राप्त होता है। यहां इस व्यवसाय को बहुत ही सरलता से इसे छोटे और बडे स्तर पर शुरु किया जा सकता है।

इससे शीघ्रता और सरलता से धनवान भी बना जा सकता है। गायों और भैसों से जो मिल्क प्राप्त होता है। उसे ही दूध उत्पादन कहा जाता है। और इससे अन्य विभिन्न तरह के डेयरी उत्पादों को बनाया जाता है। 

जो आज हमारे प्रतिदिन जीवन का हिस्सा हैं। यह कारोबार किसान भाइयों की आय को गुणात्मक रुप से बढाने में सक्षम है। इसके महत्व की ओर विशेष ध्यान देकर इस लाभ को सरलता से कमाया जा सकता है

भारत का दूध उत्पादन में कौनसा स्थान है? 

भारत विश्व में इसका सर्वाधिक उत्पादन करने वाला देश है। और भारत को इस क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त है। विश्व में इसके उत्पादन का 20 प्रतिशत से अधिक केवल भारत ही करता है। 

गणनाओं और आकड़े के अनुसार भारत अकेला ही विश्व की अधिकतम आबादी की आवश्यकता को पूरा करता है। इसकी मांग वर्ष प्रति वर्ष लगातार बढती ही जा रही है।  

जो इस बिजनेस के लिए अपार सम्भावनाओं से भरा है। और इसकी मांग में कभी भी कोई गिरावट आने की सम्भावना नहीं मालूम पड़ती है। अत: यह सदैव सदाबहार वृद्धि और आर्थिक उन्नति का ब्लूचिप बिजनेस है

मानव जीवन में दूध उत्पादन का महत्व

हमारे जीवन में इसका सबसे जादा महत्वपूर्ण स्थान है। इसके बिना तो हमारी सुबह ही नहीं होती है। क्योंकि सोकर जागते ही लोग चाय पीते हैं। और चाय व कॉफी पीने का यह क्रम जागने से लेकर सोने तक लगातार चलता रहता है

चाहें सुबह को चाय व कॉफी हो, नास्ते में चाय, दोपहर को चाय, शाम को चाय, शादी पार्टीयों में चाय, गुड की स्पेशल चाय, और रेलवे स्टेशन हो या नुक्कड़ पे कुल्हड़ वाली चाय। यह सभी कार्य इसके बिना हो पाना बहुत ही कठिन है। 

क्योंकि यह हमारी आधारभूत आवश्यकताओं में से एक है। ठीक इसी तरह हम पूरे दिन इसका सेवन करते और कराते हैं। रात को सोने से पहले इसे पीकर सोते हैं। यह सभी के स्वास्थ्य के लिए सर्वोत्तम आहार माना जाता है

नवजात शिशु तो इसी पर निर्भर होते हैं। उनके लिए यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण आहार है। इसी से उनके स्वास्थ्य विकास के लिए आवश्यक पोषण प्राप्त होता हैइससे अनेक जीवन उपयोगी वस्तुओं को बनाया जाता है। 

विश्व में भारतीय बाजार इसका सबसे बड़ा बाजार है। यह हमारे स्वास्थ्य की दृष्टि से अति आवश्यक वस्तु है। इसकी सपलाई प्रत्येक परिस्थिति में सुचारु रुप से जारी रखी जाती है। यह हमारी अर्थव्यवस्था में विशेष योगदान रखता है

इसके बिना हमारी आधुनिक लाइफ स्टाइल भी अधूरी सी होगी। डेयरी व्यवसाय त्वरित रिटर्न देने वाला बिजनेस है। अत: इससे आय के लिए हमें अधिक समय तक प्रतिक्षा नहीं करनी होती है

दूध उत्पादन डेयरी प्लांट बिजनेस कैसे शुरु करें

दूध उत्पादन डेयरी प्लांट बिजनेस अलग अलग स्तर पर उचित स्थान का चयन कर शुरु किया जा सकता है। मुख्य रुप से इसको दो प्रकार से स्टार्ट किया जा सकता है। जैसे कि-

  1. अच्छी नस्ल की गाय और भैसों से
  2. किसानों और उत्पदकों से सिधे खरीद कर

1- अच्छी नस्ल की गाय और भैसों से

इसके लिए सर्वप्रथम आवश्यक रुप से अच्छी नस्ल की गायों और भैसों की व्यवस्था कर डेयरी फार्म स्थापित करके। इसका स्वरुप लघु और विस्तृत मांग व क्षमता के अनुसार किया जा सकता है

सबसे अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए इनके उचित खान पान और रखाव की व्यवस्था करना अत्यंत ही आवश्यक है। और उत्पाद की स्वच्छता व शुद्धता से सुचारु रुप से सपलाई की व्यवस्था करना चाहिए

dudh utpadan dairy plant business kaise suru kare-Prakirtik urja gobar gas ka utpadan
दूध उत्पादन बिजनेस के साथ गोबर गैस कम्पोस्ट खाद

और अधिकतम लाभ के लिए इसके साथ प्रसंस्कृत उत्पाद दही, मठठा, घी, पनीर, खोया, आईसक्रीम, और अन्य उत्पादों का उत्पादन मांग एवम्ं क्षमता के हिसाब से किया जा सकता है। 
जिससे कि हमारे प्रयासों का सर्वोत्तम रिटर्न प्राप्त किया जा सके। और समय के साथ डिमांड और वार्षिक आय टर्नओवर भी बढता जायेगा।

2- किसानों और उत्पदकों से सिधे खरीद कर

दूध उत्पादन डेयरी प्लांट बिजनेस के इस दूसरे प्रकार से सिधे किसान मित्रों और उत्पदकों से उत्पादित मिल्क खरीद कर। इस व्यवस्था को सरलता से बहुत जल्दी शुरु किया जा सकता है।

इसके लिए किसान मित्रों के घर और पशुशालाओं से अपने साधनों की सहायता से इसे एकत्र या इक्कठा भी किया जा सकता है। बिजनेस में और अधिक गति शीलता एवम्ं पार्दर्शिता भी आ जायेगी।
जिससे किसान मित्रों को भी उनके परिश्रम का अच्छा और उचित प्रतिफल प्राप्त हो सके। जिससे उनकी भी आर्थिक उन्नति हो सके। साथ ही उनका जीवन स्तर और अधिक उच्च व बहतर हो जाये।

इस तरह हम उपभोक्ता तक इसको जल्दी से उपलब्ध कराते हुए अधिकतम लाभ कमा कर इस व्यवसाय को और नई उचाईयों तक ले जा कर सफलता के झण्डे लहराते हुए शीघ्र ही सफल होंगे।

दूध उत्पादन में प्रथम राज्य

हमारे भारत में उत्तर प्रदेश मिल्क उत्पादन करने में प्रथम राज्य है। देश के कुल उत्पादन का 30.5 प्रतिशत से अधिक प्रदेश में ही होता है।

Prakirtik urja gobar gas ka utpadan 

प्रतिदिन डेयरी में अपशिष्ट के रुप में बहुत अधिक मात्रा में गोबर उत्पादन होता है। जिसे ब्लैक गोल्ड काला सोना भी कहा जाता है। यह ऊर्जा Energy का एक बहुत ही अच्छा प्राकृतिक स्रोत Natural Source है। 

जो हमें गाय और भैसों से सरलता से प्रतिदिन प्राप्त होता रहता है। इसके द्वारा गोबर गैस का उत्पादन घरेलू एवम्ं व्यवसायिक रुप से किया जा सकता है।

इसका घरेलू एवम्ं व्यवसायिक स्तर पर उत्पादन कर और अधिक लाभ कमाया जा सकता है। जिसकी सपलाई स्थानीय स्तर पर की जा सकती है। और अन्य आवश्यकताओं के लिए मागं के हिसाब से सपलाई किया जा सकता है। 

साथ ही और अधिक व्यवसायिक उपयोग के विकल्पों पर काम किया जा सकता है। यह ऊर्जा का eco friendly स्रोत भी बन सकता है। इसके विस्तृत तौर प्रचार प्रसार की आवश्यकता है। यह ऊर्जा का अच्छा विकल्प सिद्ध होगा।

गोबर गैस उत्पादन प्लांट कैसे बनाये

इसके प्लांट को जरुरत के हिसाब से छोटे या बडे रुप से इसे उचित जगह का चयन कर सरकार, नाबार्ड और बहुत अच्छी प्रकार से प्रशिक्षित व्यक्तियों से बनबाया जाना चाहिए।

इस प्रक्रिया में जितने गोबर का उपयोग गैस बनाने में किया जाता है। गैस बनाने के बाद वह सब गोबर बच जाता है। जिसका उपयोग कृषि के लिए जैविक खाद बनाने में किया जा सकता है।

जैविक खेती को प्रोत्साहन

इस विशेष के लाभ के अतिरिक्त जैविक खेती के प्रोत्साहन में गोबर कम्पोस्ट खाद का बहुत अधिक महत्वपूर्ण स्थान है। हमारे देश और राज्य सरकारें जैविक खेती को बढाने के लिए अनेकों प्रयास कर रहीं है।

हमारे किसान मित्रों में जैविक खेती के प्रति जागरूकता और उत्साह भी तेजी से बढ रहा है। क्योंकि किसान मित्रों के साथ ही साथ सभी नागरिकों में भी स्वास्थ्य एवम्ं जैविक उत्पादों के प्रति सजग हुए हैं।

गोबर की कम्पोस्ट खाद Compost khad

हमारे कृषि प्रधान देश में गोबर कम्पोस्ट खाद का कृषि क्षेत्र में विशेष महत्वपूर्ण स्थान है। इससे भूमि को अधिक उपजाऊ बनाती है। भूमि की उर्वरा शक्ति को बहुत जादा बनाता है। 

और हमारी फसलें पोषण से लहलहाती हैं। इससे हमारा कृषि उत्पादन भी अच्छी मात्रा में बढता है। यह फसलों के लिए की गुना लाभदायक सिद्ध होता है। गोबर की जैविक खाद का कृषि बाजार में अच्छा मूल्य सरलता से प्राप्त हो जाता है। 

यह विचार और अधिक लाभ कमाने वाला होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्र में उपले कण्डा भी बनाये जाते हैं। जो ग्रामीण जीवन में ऊर्जा का एक प्रमुख स्रोत है। 

गौमूत्र का भी जैविक खेती में विस्तृत रुप से उपयोग किया जा रहा है। साथ ही इसका औषधीय उपयोग भी बडे पैमाने पर मानव स्वास्थ्य रक्षा के लिए किया जा रहा है। इससे भी अतिरिक्त आय प्राप्त होती है।

अत: डेयरी फार्म बिजनेस के इस अपशिष्ट से हमें अतिरिक्त बोनस और लाभांश प्राप्त होता है। इससे हमारे किसान मित्रों की आय का ग्राफ बढता जायेगा है। 

और किसानों के साथ देश की ग्रोथ में भी अपना अमूल्य सहयोग करता है। जबकि हमने केवल डेयरी के रुप में मिल्क उत्पादन का मुख्य व्यवसाय लगाया।

समापन

यह समस्त कारोबार मुख्यता अपने उत्पाद को शुद्धता और स्वच्छता के साथ उत्पन्न करने के लिए किया गया। किन्तु यह हमारे रोजाना के जीवन से जुडा है।
इसको करते हुए अन्य कार्यो को करने के लिए सरलता से पर्याप्त मात्रा में उपयोगी कच्चा माल उपलब्ध है। 

और सभी से हमें अतिरिक्त आय और लाभ होना सुनिश्चित है। जो इसके लिए प्लस पांडे के तरह कार्य करता है। इनसे बैक सपोर्ट मिलती है। जो इन सभी कार्यों के लिए विशेष लाभ एवम्ं ग्रोथ प्रदान करता है। 

अत: दूध उत्पादन बिजनेस Milk Production business के साथ गोबर गैस gobar gas और कम्पोस्ट जैविक खाद का यह दोहरा लाभ और अधिक तरक्की करने का यह बहुत ही आकर्षक बहु लाभदायक सदाबहार पैसे बनाने वाले इस व्यापरिक विचार के विषय में जानने का प्रयास किया है।


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